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इस ग्रीन एनर्जी कंपनी ने अपना नया पावर प्लांट शुरू किया, खबर सुनते ही शेयरों में आई तूफानी तेजी

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केंद्र सरकार के अधीन आने वाली और देश की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी कंपनियों में से एक NHPC ने अपना एक नया प्लांट शुरू कर दिया है। खबर सामने आते ही निवेशकों ने कंपनी में निवेश को लेकर काफी उत्साह दिखाया है, जिस कारण यह स्टॉक 6 फीसदी से अधिक उछल चुका है।

NHPC ने शुरू किया नया प्लांट

NHPC के शेयर में तब उछाल आया जब कंपनी ने घोषणा की कि उसकी ब्रांच NHDC ने 29 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में स्थित ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की यूनिट-डी की पूरी 88 मेगावाट क्षमता को 204.58 मिलियन यूनिट्स (MUs) की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ चालू कर दिया है।

कंपनी के अनुसार इस सोलर पावर प्लांट को पूरा करने में ₹589.16 करोड़ की लागत आई है और इससे कंपनी को प्रतिवर्ष ₹65.87 करोड़ रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है। आज NHPC भारत की सबसे बड़ी हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर डेवल्पर है, जो भारत के 13 राज्यों में 25 पावर स्टेशनों का संचालन करती है।

खबर सुनते ही शेयर 6.57 फीसदी उछला

NHPC ने जैसे ही ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट शुरू करने करने के बारे में पुष्टि की तो इसके शेयरों में अचानक से उछाल देखने को मिला। यह स्टॉक पिछले कुछ समय से दबाव का सामना कर रहा था, लेकिन 29 अक्टूबर के बाद इसमें अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।

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28 अक्टूबर को जब मार्केट बंद हुआ तो इस स्टॉक कीमत ₹79 पर कारोबार कर रही थी, जो अब दिवाली मुहूर्त पर ₹84.19 पर पहुँच गई है। इस तरह से इस स्टॉक ने 6.57 फीसदी का रिटर्न दिया है, इस दौरान यह स्टॉक ₹5.19 मजबूत हुआ है।

NHPC 16 प्रोजेक्ट्स पर कर रही है काम

NHPC अपनी सहायक कंपनियों के साथ मिलकर 10,692 मेगावाट की कुल कैपेसिटी के साथ 16 प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। जिसमें तीन हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स और पाँच सोलर प्रोजेक्ट्स शामिल है। 30 सितंबर, 2024 तक NHPC की कुल स्थापित क्षमता 7,144.90 मेगावाट है।

इनमें से 22 हाइड्रो इलेक्ट्रिक स्टेशनों से 6,971.20 मेगावाट, सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स से 123.70 मेगावाट और पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट्स से 50 मेगावाट शामिल है। एनएचपीसी आज 6,971.20 मेगावाट की कुल हाइड्रो पावर कैपेसिटी के साथ देश की कुल स्थापित हाइड्रो पावर कैपेसिटी 46,928.17 मेगावाट का लगभग 14.85% हिस्सा रखती है।

NHPC वित्त वर्ष 2025 में 2,000 मेगावाट के प्रोजेक्ट्स पूरा करेगी

कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 के अंत तक कंपनी की कुल पावर प्रॉडक्शन कैपेसिटी 9,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगी। इसके तहत कंपनी वित्त वर्ष 2025 में 2000 मेगावाट की कैपेसिटी बढ़ाएगी। एनएचपीसी की वर्तमान परिचालन क्षमता 7,144 मेगावाट है, जिसमें यह 10,692 मेगावाट के हाइड्रो और सोलर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं।

कंपनी के मैनेजमेंट ने बताया कि कंपनी वित्त वर्ष 2028 तक अपने अधिकांश प्रोजेक्ट्स को चालू कर देगी। कंपनी को उम्मीद है कि 2,880 मेगावाट की दिबांग पावर परियोजना वित्त वर्ष 2032 में चालू हो जाएगी। कंपनी ने कहा कि वह इस वित्त वर्ष में 2,000 मेगावाट से अधिक की परियोजनाएं चालू करेगी, जिससे चालू वित्त वर्ष के अंत तक इसकी कुल क्षमता 9,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगी।

NHPC के कुछ मुख्य प्रोजेक्ट्स कौनसे है?

वर्तमान में NHPC कुल 16 प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 10,692 मेगावाट है। इन प्रोजेक्ट्स में अरुणाचल प्रदेश में 2,880 मेगावाट का Dibang Multipurpose Project शामिल है, जो भारत का सबसे बड़ा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट है। कंपनी के मैनेजमेंट के अनुसार यह प्रोजेक्ट 2032 तक पूरा हो जाएगा।

इसके अलावा यह अरुणाचल प्रदेश और असम में 2,000 मेगावाट की सुबनसिरी लोअर HEP, हिमाचल प्रदेश में 800 मेगावाट की पार्वती-II, सिक्किम में 500 मेगावाट की तीस्ता VI और 120 मेगावाट की रंगीत IV HEP और जम्मू-कश्मीर में कुल 3,014 मेगावाट की चार HEP परियोजनाओं पर काम कर रही है।

Disclaimer

Note:- हमारे द्वारा प्रदान की गई जानकारी केवल education purpose के लिए है। स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले अपने financial advisor से परामर्श लें।

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